NANI KI NAAV
₹195
फिर एक मगर ने पीछा किया
नानी की नाव का पीछा किया
नीना की नानी की नाव का पीछा किया
फिर क्या हुआ?
फिर क्या-क्या हुआ नीना और उसकी नानी के साथ? क्या थी मगर की चाह? आओ हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय के शब्दों के पिटारे में चप्पू चलायें! निर्झरा वेरुलकर के दिलचस्प चित्रों से सजी यह किताब सभी को रास आएगी।
“Here’s some food for your mind.” — Hindustan Times
“The phonetic wordplay and the rhyme scheme make for an endearing read, overall.” — The Purple Pencil Project