Book Details
ISBN | 978-81-89020-97-2 |
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Illustrator | Sonali Biswas |
Author |
Geeta Dharmarajan, Sonali Biswas |
Series |
NCERT Recommended |
₹120
पर्वतीय प्रदेश में रहनेवाली नन्ही यशो के गाँव में आपका स्वागत है। उछलती, गाती गंगा के साथ, चलो हम भी यशो के रज़ाई सन्दूक में पहुँच जाएँ, और देखें इतने दिन सूनी पड़ी पहाड़ियाँ कैसे फिर से हरियाली हो गई हैं। पर कैसे? पहाड़ी लोग जाग जो गए हैं और शिव की जटाओं को पुनः प्राप्त करने के लिए मेहनत जो कर रहे हैं। जटाएँ फिर से वही जादू कर रही हैं… पर नन्ही यशो को शिव की जटाएँ मिली कहाँ? आइए पता लगाएँ इस मज़ेदार कहानी में जो प्राचीन कहानी और पर्यावरण सम्बंधित नवीन विषयों को मिलाती है। ‘माँ गंगा और रज़ाई का संदूक’ कहानी हमें याद दिलाती हैं वे सब बातें जिनके प्रति सचेत न रहने पर माँ गंगा भी गुस्सा हो सकती हैं। उसे खुश करने के लिए हमें कुछ तो करना चाहिए, और जल्द ही।
Also available in English as Ma Ganga and the Razai Box
Author: Geeta Dharmarajan
Illustrator: Sonali Biswas
Series: Earth and Environment Library, India Library
ISBN | 978-81-89020-97-2 |
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Illustrator | Sonali Biswas |
Author |
Geeta Dharmarajan, Sonali Biswas |
Series |
NCERT Recommended |